रीवा जिले की त्योंथर तहसील अंतर्गत सोहागी थाना क्षेत्र के सोनौरी चौकी अंतर्गत सोनवर्षा कॉलेज में मिली माँ – बेटे की लाश से हड़कंप मच गया था। लोगों द्वारा वारदात को लेकर तरह – तरह के तथ्य दिए जा रहे थे लेकिन शिनाख्ती के बाद जो कहानी सामने आई, उसने सबको चौंका दिया।
सोहागी पुलिस ने शिनाख्ती के बाद जब बारीकी से दोहरे हत्याकांड पर जाँच शुरू की तो कुछ ऐसे तथ्य मिले जो अवैध रिश्तों की गंध दे रहे थे। सोनौरी पुलिस के मुताबिक तक़रीबन चार साल से महिला का पति लापता था। ऐसे में उसका दो साल पहले रिश्ते के देवर से चक्कर चलने लगा। लेकिन कुछ वक़्त बाद प्रेमी देवर को कहीं से जानकरी मिली की उसकी भाभी जिसे प्यार करता है, अब तीसरे के संपर्क में है। जानकरी के बाद प्रेमी देवर आक्रोशित रहने लगा और फिर महिला को सुनसान जगह पर मिलने के लिए बुलाया। प्रेमी देवर ने रायपुर चौराहे के नजदीक सालों से वीरान पड़े सोनवर्षा कॉलेज को महिला से मिलने के लिए चुना। जानकरी के मुताबिक दोनों में काफी देर तक बहस चली, प्रेमी देवर के द्वारा काफी देर तक समझाइश दी जाती रही लेकिन भाभी मानने को तैयार नहीं थी। जिसके बाद प्रेमी देवर ने आपा खो दिया और गुस्से में महिला के पेटीकोट के नाड़े से ही महिला का गला घोंट दिया। प्रेमी देवर से मिलने महिला अपने बच्चे के साथ गई थी। भाभी को मौत के घाट उतरने के बाद प्रेमी देवर ने मासूम बच्चे का भी गला घोट दिया ताकि हत्या का राज न खुल जाए।
मृतकों की शिनाख्ती में लगे तीन दिन
सोहागी थाना प्रभारी निरीक्षक गोकुलानंद पाण्डेय द्वारा जानकरी दी गई कि 26 जून को सोनवर्षा गांव स्थित कौशलेश द्विवेदी के 15 साल से बंद पड़े वीरान कालेज की छत पर एक महिला व बच्चे की लाश मिली। 28 जून को मृतका की शिनाख्त अनीता हरिजन पति अच्छे लाल हरिजन निवासी टडहर थाना सोहागी और मृत बालक की पहचान रोहित हरिजन पुत्र अच्छे लाल हरिजन निवासी टडहर के रूप में हुई। इस मामले में पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी। अंधी हत्या के दूसरे दिन लाश मिली। तीसरे दिन पहचान हुई। चौथे दिन पुलिस ने साइबर सेल की मदद से आरोपी प्रेमी देवर को उठा लिया। साइबर सेल से मिली जानकारी के अनुसार वह मृतका से अक्सर बात किया करता था। ऐसे में मोबाइल की कॉल डिटेल पुलिस ने सुना दी तो आरोपी ने हत्या का जुर्म स्वीकार कर लिया।
आरोपी देवर ने स्वीकार किया जुर्म
सोहागी पुलिस ने सायबर सेल की मदद से महिला के कथित देवर कमलेश हरिजन पुत्र महावीर हरिजन 28 वर्ष निवासी रायपुर जंगल को शक के आधार पर उठाया लिया, जिसके बाद पुलिस अभिरक्षा में पूछताछ शुरू की गई। हालाँकि आरोपी द्वारा पुलिस को लगातार गुमराह करने का प्रयास किया गया। लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे आरोपी ने जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी द्वारा अपने बयान में हत्या के संबंध में पूरी जानकारी और वजह सोहागी पुलिस को बताई गई। जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
एक नज़र
सोनवर्षा कॉलेज में हुई वारदात ने कई और सवाल खड़े कर दिए हैं। फिर वो चाहे रिश्ते को लेकर हो या फिर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर। मामले में एक बात और गौर करने वाली है और वो है घटना स्थल पर मिली रोटी, जिसका कहीं जिक्र तक नहीं।