मंगलवार देर रात चाकघाट बाजार तिराहे एसबीआई बैंक के पास गोली की आवाज से बाजार में मौजूद लोग सहम गए। कुछ ही देर बाद वारदात के पीछे की वजह साफ हुई। जिसमें बताया गया कि भूमि विवाद में मंगलवार देर रात शंकरगढ़ राजा के रिश्तेदार की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। वारदात उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश सीमा पर बसे सबसे बड़े बाजार चाकघाट में हुई है। घटना को गांव के ही प्रधान ने जमीनी विवाद को लेकर अंजाम दिया है।
ख़बर विस्तार से
उत्तरप्रदेश – मध्यप्रदेश सीमा पर स्थित चाकघाट बाजार में शंकरगढ़ राजा के रिश्तेदार राम प्रताप सिंह उर्फ चुन्नू (50) की मंगलवार देर रात को गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना मंगलवार रात तब हुई जब वह घर से कुछ दूर पर स्थित चाकघाट बाजार में थे। वारदात का आरोप उनके गांव के ही प्रधानपति आशीष सिंह उर्फ राजा पर है, जिसे मौके पर पहुंची चाकघाट पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। मृतक राम प्रताप सिंह उर्फ चुन्नू शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के उत्तरप्रदेश – मध्यप्रदेश सीमा पर स्थित भारत नगर चौखटा गांव के रहने वाले थे। वह शंकरगढ़ राजा महेंद्र प्रताप सिंह के चचेरे भाई मुक्तेश्वर सिंह के बेटे थे। मृतक राम प्रताप गांव में ही रहकर जमीन का कारोबार करते थे। परिजनों के मुताबिक, मंगलवार रात आठ बजे के करीब वह घर से निकलकर चाकघाट बाजार तक गए थे। आरोप है कि चाकघाट बाजार में उनके ही गांव के प्रधानपति आशीष सिंह उर्फ राजा मिल गया। जिसके बाद आशीष सिंह उर्फ राजा ने गालीगलौज व विवाद शुरू कर दिया। राम प्रताप सिंह उर्फ चुन्नू ने जब इसका विरोध किया तो उन्हें गोली मार दी गई। जिसके बाद बाजार में अफरातफरी मच गई। सूचना मिलते ही चाकघाट के साथ ही शंकरगढ़ पुलिस पहुंच गई और खून से लतपथ राम प्रताप सिंह उर्फ चुन्नू को प्रयागराज के शकुंतला अस्पताल में ले आई। हालांकि तब तक बहुत देर हो चुकी थी और डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वारदात के बाद मौके से फरार होने के फ़िराक में रहे आशीष सिंह उर्फ राजा की कोशिश को चाकघाट पुलिस ने हिरासत में ले कर नकाम कर दिया था। पुलिस द्वारा देर रात तक आशीष सिंह उर्फ राजा से पूछताछ जारी थी। मामले को लेकर एसीपी बारा संतलाल सरोज ने बताया कि घटना मप्र के चाकघाट थाना क्षेत्र की है और आरोपी को मध्यप्रेश पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। वारदात को लेकर शंकरगढ़ पुलिस भी जांच पड़ताल में जुटी है।
एक नज़र
चाकघाट बाजार का कुछ हिस्सा दोनों ही प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र से लगता है। जिसकी वजह से दोनों ही राज्यों की पुलिस के हाँथ सीमित हो जाते हैं और इसका फायदा आपराधिक प्रवृति के लोगों को भरपूर मिलता है। फिर चाहे मामला वर्चस्व का हो या फिर अवैध नशे की खेप का अपराधी सीमावर्ती क्षेत्रों में ज्यादा सक्रिय नज़र आते हैं। अब इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो जाँच के बाद ही पता चलेगा लेकिन जिस तरह से सीमावर्ती क्षेत्र में विकास हो रहा है, चाकघाट थाने की तरह चौखटा में भी एक चौकी या थाने की दरकार है।