सरकार चाहे लाख दावे करे कि मध्यप्रदेश में बिजली,पानी और सड़क के लिए बेहतरीन कार्य किये गए है लेकिन हकीकत में सारे वादे खोखले साबित हो रहे है। आज पूरे जिले में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है सड़के टूटी फूटी है बिजली के आंख मिचौली से आम जनता का बुरा हाल है। लेकिन बिजली संबंधित समस्यायों पर मंत्री मिनिस्टर से लेकर सांसद/विधायक और संबंधित अधिकारी तक बोलने को तैयार नही है विभाग को तो एक ही बात का ध्यान होता है उपभोक्ताओं को भारी भरकम बिल भेजना और फिर कार्यवाही के नाम पर हजारो की नोटिस जारी करना या लाइट को काट देना ही बनता है चाहे गलती भले ही विभाग की क्यो न हो?
आपको बता दे की इस वक़्त भीषण गर्मी पड़ रही है तापमान 44 डिग्री के आसपास है जिसे देखते हुए डॉक्टरों ने आम जनता को सुझाव दिए है कि कोई भी व्यक्ति बेवजह घर से बाहर न निकले घर मे रहे, लेकिन बिजली विभाग के मनमानी कटौती के आंख मिचौली से लोगो का जीना हराम हो गया है जो हर 5 मिनट पर बिजली गुल होने से बच्चे और बुजुर्गों का बुरा हाल है। जिस बजह से ज्यादातर लोग इस भीषण गर्मी में पेड़ के नीचे बैठने को मजबूर हो रहे है चाहे उन्हें लू ही क्यो न लग जाये, क्योंकि लाइट गुल होने से तपते घर मे रहना मुश्किल हो रहा है फिर भी बिजली की आंख मिचौली लगातार जारी है।