चाकघाट। सोहागी पहाड़ पर स्थित आरटीओ चेकपोस्ट बैरियर चाकघाट में गत रात्रि चाकघाट नगर के एक व्यापारी प्रकाशचंद केसरवानी के साथ आरटीओ विभाग के कर्मचारियों द्वारा किए गए मारपीट के विरोध में त्योंथर क्षेत्र के विधायक श्यामलाल द्विवेदी की उपस्थिति में भारी संख्या में नागरिक एवं भाजपा के पदाधिकारियों ने चेक पोस्ट बैरियर पर पहुंचकर आरटीओ विभाग के की अराजकता अवैध वसूली एवं पैसा न देने पर मारपीट किए जाने का विरोध किया।
- कर्मचारी न होने से 4 घंटे तक बेरोकटोक वाहन आते जाते रहे
- मौके पर पहुंचे एसडीओपी और तहसीलदार
दोपहर लगभग 1 बजे विधायक जी के साथ पार्टी पदाधिकारी व क्षेत्र के तमाम लोग आरटीओ चेकपोस्ट बैरियर में पहुँचे तो वहाँ पर कोई भी कर्मचारी उपस्थित नहीं रहा। थाना सोहागी पुलिस स्टाफ एवं एसडीओपी समरजीत सिंह भी मौके पर पहुँचे, उन्होंने मारपीट में घायल व्यक्ति की रिपोर्ट दर्ज कराके पुलिस कार्यवाही किए जाने की बात कही।
जिला कलेक्टर महोदय के निर्देश पर चेकपोस्ट बैरियर पर पहुँचे नायब तहसीलदार ने विधायक सहित सैकड़ों की संख्या में पहुँचे प्रतिष्ठित लोगों के सामने पंचनामा लिया तथा देखा कि आरटीओ चेक पोस्ट में कोई भी कर्मचारी एवं अधिकारी उपस्थित नहीं है ।
विधायक श्यामलाल द्विवेदी ने आरटीओ चेकपोस्ट में बढ़ रही अराजकता पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि इस बैरियर को ढाई करोड़ रुपए के ठेके पर दे दिया गया है। यहाँ पर प्राइवेट लोग अवैध वसूली करते हैं। पैसा न देने पर वाहन चालकों के साथ मारपीट की जाती है। कागजात जिनके ठीक भी रहता है, उन्हें भी वसूली और प्रताड़ना का शिकार बनाया जाता है।
लगभग 4 घंटे तक विधायक इस बैरियर पर अपने तमाम सहयोगियों के साथ बैठे रहे लेकिन एक भी आरटीओ विभाग का कर्मचारी अधिकारी बैरियर की तैनाती स्थल पर उपस्थित नहीं रहा। विधायक ने कहा कि इस बैरियर पर जंगलराज हो गया है। यहाँ के प्रभारी यहाँ कभी आते ही नहीं। प्राइवेट लोगों के द्वारा वसूली कराई जाती है। मारपीट किया जाता है।
विधायक द्वारा जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक रीवा से दूरभाष पर बात की गई जिसके पश्चात एसडीओपी समरजीत सिंह एवं नायब तहसीलदार दिलीप शर्मा मौके पर पहुँचे। उन्होंने देखा कि कोई भी कर्मचारी यहाँ उपस्थित नहीं है। क्षेत्र के एसडीओपी समरजीत सिंह ने यह भी कहा कि डेढ वर्ष से उन्होंने भी आरटीओ चेक पोस्ट के प्रभारी को देखा तक नहीं है । प्रशासनिक कार्यवाही के दौरान लगभग 4 घंटे तक परिवहन चेकपोस्ट कार्यालय अधिकारी कर्मचारी विहीन रहा। इस दौरान आने जाने वाले वाहनों पर न तो कोई जाँच की गई ना तो कोई कार्यवाही की गई। बैरियर खुला रहा और लोग मनमाने ढंग से बेरोकटोक आते जाते रहे। नरसी लाल ने वस्तुस्थिति का पंचनामा बनाकर जिला कलेक्टर को प्रेषित किया है। अब देखना यह है कि इस बैरियर पर बढ़ते भ्रष्टाचार के विरुद्ध प्रशासनिक स्तर पर क्या कार्यवाही होती है।
- राम लखन गुप्त , वरिष्ठ पत्रकार
पत्रकार के साथ हुई अभद्रता का विज़ुअल