BSF 58th Raising Day: आज 58 वां स्थापना दिवस मना रहा है BSF
भारत की रक्षा की पहली पंक्ति, सीमा सुरक्षा बल (BSF), हर साल 1 दिसंबर को अपना स्थापना दिवस मनाती है। आपको बता दें सीसुबा (BSF ) की स्थापना 1 दिसंबर 1965 को भारत की सीमाओं पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की गई थी। जानकारी के मुताबिक वर्तमान में, BSF में 2.65 लाख जवान शामिल हैं, जो 193 बटालियनों में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर तैनात हैं। बीएसएफ भारत के क्षेत्र में अनधिकृत प्रवेश या बाहर निकलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और यह सीमा पार अपराधों को रोकता है। यहाँ तक की तस्करी जैसी अवैध गतिविधियों को रोकने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कार्य करती है बीएसएफ। बीएसएफ सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में सुरक्षा की भावना को बढ़ावा देने का प्रयास भी करती है। इसका जीवंत उदाहरण 26 जनवरी 2001 को जब गुजरात में भूकंप आया, तो बीएसएफ संकटग्रस्त व्यक्तियों की मदद करने वाला पहला जत्था था।
छोटी सी चर्चा BSF से रिटायर्ड जवान से
बीएसएफ (BSF) से सेवा निवृत के के मिश्रा जी से चर्चा के दौरान हमारी पूरी टीम रोमांचित हो उठी। जिस तरह से उन्होंने सीमा पर अपनी सेवा के दौरान की कुछ कहानियां सुनाई , हम सब को महसूस होने लगा की सब कुछ हमारे सामने ही चल रहा है। साथ ही उन्होंने बताया की बीएसएफ भारत का एक प्रमुख अर्धसैनिक बल है। जो विश्व का सबसे बड़ा सीमा रक्षक बल है। जिसका गठन 1 दिसम्बर 1965 में हुआ था। इसकी जिम्मेदारी शांति के समय के दौरान भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर निरंतर निगरानी रखना, भारत भूमि सीमा की रक्षा और अंतर्राष्ट्रीय अपराध को रोकना है। बीएसएफ के जवान तक़रीबन 6,385.39 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा करते है जो कि पवित्र नदियाँ, दुर्गम रेगिस्तानों, नदी-घाटियों और हिमाच्छादित प्रदेशों तक फैली है। सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों में सुरक्षा बोध को विकसित करने की जिम्मेदारी भी बीएसएफ को दी गई है। इसके अलावा सीमा पर होने वाले अपराधों जैसे तस्करी , घुसपैठ और अन्य अवैध गतिविधियों को रोकने की जवाबदेही भी बीएसएफ पर है।
एक नज़र
जब हम सभी घर में बैठे चाय गपशप कर रहे होते हैं , तब भी जवान सीमा पर विषम परिष्थित का सामना करते हुए हमारे लिए आंधी बारिश तूफान में अनजाने खतरों से लड़ हमारी रक्षा करते हमेशा खड़े रहते हैं। जाहिर सी बात है ऐसे अद्वितीय पराक्रम के लिए एक अलग कलेजे की दरकार रहती है जो आम नागरिक के लिए नामुनकिन होता है।
आज इस महान उत्सव में बीएसएफ के सभी जवानों और उनके परिवारों को ढेर सारी शुभकामनायें।
साथ ही उन सभी शहीदों को विनम्र श्रन्धांजलि जो हमारे लिए अपनी जान तक न्योछावर कर गए।
जय हिन्द जय भारत
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