कलेक्ट्रेट के बाणसागर सभागार में आयोजित जिला उपार्जन समिति की बैठक में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने कहा कि उपार्जित धान का किसानों को समय पर भुगतान कराएं। खरीदी केन्द्र से धान का सुरक्षित भण्डारण कराकर स्वीकृति पत्र जारी करें। आगामी दो दिवसों में उपार्जित धान की राशि का शत-प्रतिशत भुगतान सुनिश्चित करें। महाप्रबंधक सहकारी बैंक, जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम, जिला आपूर्ति अधिकारी तथा जिला प्रबंधक वेयर हाउस उपार्जन के संबंध में समन्वय से समस्त कार्यवाहियाँ करें। धान के उपार्जन में किसानों को किसी भी तरह की परेशानी न हो।
कलेक्टर ने कहा कि जो खरीदी केन्द्र वेयरहाउस में बनाए गए हैं उनके स्वीकृति पत्र खरीदी के दिन ही जारी कराएं, जिससे किसानों को भुगतान हो सके। सहकारी समितियों में लगभग 50 हजार क्विंटल धान की खरीद हो चुकी है। परिवहनकर्ता से दो दिवस में पूरी धान का परिवहन कराकर सुरक्षित भण्डारण कराएं। धान के परिवहन में देरी करने पर किसानों को भुगतान में देरी होती है। परिवहनकर्ता पर्याप्त ट्रक लगाकर तत्काल धान का उठाव कराएं। धान के परिवहन में लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्यवाही करें। अपर कलेक्टर तथा अन्य राजस्व अधिकारी खरीदी केन्द्रों का नियमित रूप से निरीक्षण करें। कृषि विभाग तथा खाद्य विभाग के अधिकारी भी धान उपार्जन की निगरानी करें।
कलेक्टर ने कहा कि सभी खरीदी केन्द्रों में पर्याप्त मात्रा में बारदाने उपलब्ध करा दें। केवल निर्धारित गुणवत्ता का धान ही उपार्जन करें। किसानों को सूखी और साफ-सुथरी धान उपार्जन के लिए उपलब्ध कराने की समझाइश दें। खरीदी केन्द्र में केवल पंजीकृत किसान की ही धान ली जाएगी। इसे सुनिश्चित करें। धान उपार्जन में अनियमितता पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही के लिए तैयार रहें। बैठक में महाप्रबंधक सहकारी बैंक ज्ञानेन्द्र पाण्डेय ने बताया कि रविवार तक उपार्जित धान की 85 प्रतिशत राशि का भुगतान कर दिया जाएगा। भुगतान के लिए टीम तैनात कर दी गई है। जिला आपूर्ति अधिकारी कमलेश ताण्डेकर ने बताया कि दो दिन में पूरी धान का उठाव करके सुरक्षित भण्डारण कराया जाएगा। स्वीकृति पत्रक जारी करने के लिए अतिरिक्त व्यवस्था कर दी गई है। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी तथा समिति के सदस्य उपस्थित रहे।




