जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मेहताब सिंह गुर्जर जनपद पंचायत गंगेव अंतर्गत ग्राम पंचायत बाँस में संचालित ‘माँ की बगिया’ परियोजना का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सुमन राजमणि केवट द्वारा संचालित बगिया की व्यवस्थाओं, पौधारोपण और रखरखाव की सराहना की। इस दौरान जनपद सीईओ गंगेव प्राची चौबे सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। सीईओ ने हितग्राही सुमन राजमणि केवट की माँ की बगिया निरीक्षण करते हुए कहा कि लगन और मेहनत अन्य हितग्राहियों के लिए प्रेरणादायी उदाहरण है। उन्होंने बगिया में लगाए गए विभिन्न फलदार और छायादार पौधों का अवलोकन किया और उनकी देखरेख के तरीकों की जानकारी ली। सीईओ ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में स्वयं सहायता के साथ ऐसी पहलें रोजगार सृजन और आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो रही हैं।
किसान द्वारा ‘माँ की बगिया’ में सिंचाई के लिए पानी टैंक, बाउंड्री का निर्माण कार्य स्वयं किया गया है। इस पर सीईओ ने संतोष जताते हुए कहा कि इस तरह का स्व-सहभागिता मॉडल परियोजना की सफलता को मजबूत करता है। उन्होंने हितग्राही को कार्य समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए और पंचायत प्रतिनिधियों को हर संभव सहयोग प्रदान करने की बात कही। सीईओ ने पंचायत सचिव और रोजगार सहायक को निर्देशित किया कि बगिया में पौधों की नियमित सिंचाई, संरक्षण और रखरखाव की निगरानी सुनिश्चित की जाए, ताकि परियोजना का उद्देश्य प्रभावी रूप से पूरा हो सके। उन्होंने ग्रामीणों से भी अपील की कि वे ‘माँ की बगिया’ जैसी योजनाओं से जुड़कर अपनी आय के नए साधन विकसित करें। निरीक्षण के दौरान पंचायत प्रतिनिधि, स्थानीय ग्रामीण और संबंधित विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे। सीईओ ने कहा कि यदि इस मॉडल को अन्य पंचायतें भी अपनाती हैं, तो ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत आधार मिलेगा और हितग्राहियों के लिए स्थायी आजीविका के अवसर तैयार होंगे।




