गत दिवस कलेक्ट्रेट सभागार में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल की अध्यक्षता में जिला जल और स्वच्छता समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की एकल नलजल योजनाओं का निर्माण कार्य दो माह में पूरा कराकर इन्हें समारोहपूर्वक ग्राम पंचायतों को हस्तांतरित करें। छोटी-मोटी बाधाओं को दूर करके नलजल योजनाओं से पानी की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करें। ग्राम पंचायतों तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों से समन्वय बनाकर नलजल योजनाओं का संचालन कराएं।
बैठक में जिले की पुनरीक्षित 321 नलजल योजनाओं को मंजूरी दी गई। बैठक में कार्यपालन यंत्री पीएचई संजय पाण्डेय ने बताया कि जिले की छूटी हुई बसाहटों में पेयजल की आपूर्ति के लिए 321 नलजल योजनाओं को पुनरीक्षित किया गया है। इनमें विकासखण्ड रीवा की 67, रायपुर कर्चुलियान की 82, गंगेव की 40, सिरमौर की 49, जवा की 41 तथा विकासखण्ड त्योंथर की 42 नलजल योजनाएं शामिल हैं। इन पुनरीक्षित नलजल योजनाओं में से 171 में सहमति के आधार पर निर्माण कार्य शुरू हो गया है। शेष 150 नलजल योजनाओं के लिए निविदा आमंत्रित करके 26 एजेंसियों को 121 नलजल योजनाओं में अतिरिक्त निर्माण कार्य के आदेश जारी कर दिए गए हैं। शेष में टेण्डर की कार्यवाही की जा रही है। सभी स्वीकृत कार्य दिसम्बर माह तक पूरा कराने का प्रयास किया जा रहा है। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मेहताब सिंह गुर्जर, सभी एसडीएम, जल जीवन मिशन के जिला प्रबंधक चित्रांशु उपाध्याय तथा समिति के सभी सदस्य उपस्थित रहे।




