देश के संविधान को स्वीकार करने के 75 वर्ष पूरे होने पर हमारा संविधान हमारा स्वाभिमान अभियान के आयोजन आज 26 नवम्बर को संविधान दिवस से आरंभ हुए। संविधान दिवस जिले में विकासखण्ड, ग्राम पंचायत स्तर व नगरीय निकायों में समारोह पूर्वक मनाया गया। जिला स्तरीय कार्यक्रम में कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में संविधान दिवस का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नीता कोल ने कहा कि भारत के संविधान की ही ताकत है कि हम सब एक हैं। हमें मुश्किल समय में संविधान ही राह दिखाता है। यह समन्वय बनाना सिखाता है और इससे आपस में भाई चारा व समानता की राह आसान होती है। उन्होंने सभी को संविधान दिवस की बधाई दी।
कार्यक्रम में प्रभारी कलेक्टर डॉ. सौरभ सोनवणे ने कहा कि स्वतंत्रता के उपरांत संविधान के अगीकृत होने से स्वतंत्रता का वास्तविक स्वरूप सामने आया। संविधान की नीव इतनी मजबूत है कि हमारा देश विश्व में अग्रणी है। समता, स्वतंत्रता, न्याय आदि मूल्यों पर आधारित संविधान के कारण ही हम उत्तरोतर प्रगति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संवैधानिक मूल्यों को सामने रखकर अपने दायित्व का निर्वहन करें। भारतीय संविधान निर्माताओं का विजन बहुत व्यापक था जिसका परिणाम है कि यह आज भी उसी तरह प्रासंगिक है।
इस अवसर पर विषय विशेषज्ञ अवधेश प्रताप सिंह विश्व विद्यालय के विधि विभाग के प्राध्यापक डॉ. आलोक मिश्रा ने कहा कि अपने कर्तव्य का पालन करना ही संविधान की मूलभावना है। संविधान के अनुरूप आचरण करना हमारा स्वाभिमान है। देश की व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित ढंग से प्रबंधित करने का अधिकार हमारे संविधान में है। कार्यक्रम में संविधान निर्माण व उसके मौलिक उद्देश्यों की जानकारी देने वाली वीडियो क्लिप का प्रसारण इस दौरान किया गया। संविधान की उद्देशिका का वाचन उपस्थित जनों ने किया। इससे पूर्व बाबा साहब अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर परियोजना अधिकारी जीवेन्द्र सिंह एवं कार्यपालन मंत्री पीएचई संजय पाण्डेय ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ। अपर कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी ने आभार प्रदर्शित किया। इस दौरान संयुक्त कलेक्टर पीके पाण्डेय, डिप्टी कलेक्टर श्रेयस गोखले सहित विभागीय अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित रहे।