जानबूझकर हिला रहे थे पुल, कर्मचारी टिकट बेचने में थे व्यस्त

मोरबी। कई लड़कों ने पुल को जानबूझकर हिलाया – डुलाया और नुकसान पहुँचाया – चश्मदीद

गुजरात के मोरबी सस्पेंशन ब्रिज हादसे में अभी तक तक़रीबन 140 लोगों की मौत हो चुकी है। हादसे के बाद बचाव दाल द्वारा कुछ लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। लेकिन एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है जो की चश्मदीदों के बयान में हैं। कई चश्मदीद जो की घटनास्थल पर मौजूद रहे, द्वारा बताया जा रहा है कि ” हादसे से पहले कुछ युवक पुल को हिला रहे थे, जिसकी वजह से लोगों का पुल पर खड़ा रहना मुश्किल हो रहा था।”

अहमदाबाद के रहने वाले विजय गोस्वामी और उनके परिवार के लोग मोरबी में हुए पुल हादसे में बाल-बाल बच गए हैं। विजय पूरे परिवार के साथ रविवार को पुल देखने पहुंचे थे लेकिन भीषण हादसे से कुछ घंटे पहले ही वो वहां से निकल गए। उन्होंने जानकरी दी है की ” युवकों द्वारा केबल पुल हिलाए जाने के कारण वो परिवार सहित नीचे उतर आए थे।” हालांकि, कुछ घंटों बाद उनका डर सही साबित हुआ और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र मच्छु नदी पर बना केबल पुल शाम करीब साढ़े छह बजे टूट गया।

जानबूझकर हिला रहे थे पुल, कर्मचारी टिकट बेचने में व्यस्त थे

विजय ने आगे बताया ” जब वह और उनका परिवार पुल पर था तो कुछ युवक जानबूझकर पुल को हिला रहे थे, इस वजह से पुल पर लोगों का चलना भी दूभर हो रहा था। जिसकी वजह से उनको लगा कि इससे खतरा हो सकता है, वह और उनका पूरा परिवार पुल से नीचे उतर गया। उनके द्वारा बताया गया कि इसके बारे में उन्होंने “पुल के कर्मचारियों को भी सूचना दी लेकिन उन्होंने उसे नजरअंदाज कर सिर्फ टिकट बेंचने पर ध्यान दिया।”

युवकों का केबल को लात मारते, पुल हिलाते का वीडियो वायरल

हादसे के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में कुछ युवकों द्वारा पुल के केबल को लात मारते और दूसरे लोगों को डराने के लिए पुल को हिलाते देखा जा सकता है , लेकिन अभी तक इसे पुराना बताया जा रहा है । लेकिन हादसे के बाद मौके पर मौजूद कई बच्चों ने पत्रकारों को बताया कि पुल गिरने के बाद उनके परिवार के सदस्य या माता-पिता अभी तक लापता हैं। “10 साल के एक बच्चे ने बताया की बहुत भीड़ थी, तभी पुल अचानक टूट गया और सब निचे गिरने लगे लेकिन मैं बच गया क्योंकि मैंने एक रस्सी पकड़ ली थी और फिर धीरे-धीरे कर उससे ऊपर आ गया लेकिन मेरे मम्मी-पापा अभी भी लापता हैं। “

लोगों की जुबानी
मोरबी पुल हादसे में बालबाल बचे मेहुल रावल ने बताया कि जब पुल टूटा तो उस वक्त उसपर करीबन 300 लोग खड़े रहे होंगे। मोरबी में भर्ती मेहुल ने बताया कि, “जब हम पुल पर थे, तभी वह अचानक बीच से दबने लगा, सभी लोग नीचे गिर गए। कई लोग मर गए जबकि कई लोग घायल हो गए, पुल पर बहुत ज्यादा लोग थे, इसलिए वह गिर गया।” कुछ स्थानीय लोगों ने बताया, “कुछ ही दिन पहले ही लोगों के लिए फिर से खोले गए पुल पर करीबन 300 लोग रहे होंगे जिनमें ज्यादातर बच्चे थे, क्योंकि सभी दीवाली की छुट्टियों में आए थे।”

हादसे को लेकर राष्ट्रपति समेत दिग्गजों ने जताया दुःख
इस भीषण हादसे के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पुल टूटने की घटना पर दुख व्यक्त किया और अन्य व्यक्तियों को सुरक्षित बचाये जाने की प्रार्थना की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि वह पुल टूटने की घटना से बहुत दुखी हैं और उन्होंने राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं से बचाव कार्य में हर संभव सहायता देने की अपील की है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कहा कि पुल गिरने की खबर बहुत दुःखद है।

गुजरात के गृह मंत्री बोले, करेंगे जरूरी कार्यवाही
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि सीएम भूपेंद्र पटेल स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। सरकारी एजेंसियां राहत कार्य कर रही हैं। एनडीआरएफ, नेवी और एयरफोर्स यहां मौजूद रहेंगे। जांच बहुत गंभीरता से की जाएगी और हम सभी आवश्यक कार्रवाई करेंगे। संघवी ने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने बचाव अभियान चलाने के लिए व्यापक समर्थन दिया है। एसडीआरएफ और पुलिस पहले से ही मौके पर मौजूद है। पुल की प्रबंधन टीम पर आईपीसी की धारा 304, 308 और 114 के तहत मामला दर्ज किया गया है। संघवी ने घटनास्थल का भी दौरा किया।

 

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