भारत में स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत 1857 के विद्रोह से हुई थी लेकिन इसके बाद कई आंदोलनों ने आकार लिया। महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, रानी लक्ष्मीबाई और कई अन्य नेताओं ने अपने – अपने तरीके से स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया। 15 अगस्त 1947 को भारत को स्वतंत्रता मिली। इस दिन सुबह 12 बजे भारतीय उपमहाद्वीप पर ब्रिटिश राज का अंत हो गया। जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले के ऊपर तिरंगा झंडा फहराया और एक ऐतिहासिक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने देश की नई दिशा और उसकी जिम्मेदारियों की बात की। उन्होंने इसे “दूसरी आज़ादी” का नाम दिया।
आर्यावर्त हायर सेकेंडरी स्कूल बघेड़ी चाकघाट के संचालक श्री विनय मिश्र जी द्वारा बताया गया की 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन हर साल पूरे देश में बड़े उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया जाता है। लोग अपने-अपने स्थानों पर तिरंगा झंडा फहराते हैं, परेड आयोजित की जाती हैं, और शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है। 15 अगस्त 1947 न केवल भारत के लिए एक स्वतंत्रता का दिन है, बल्कि यह हमारी संस्कृति, विविधता और एकता का प्रतीक भी है। यह हमें याद दिलाता है कि हमें अपने देश की स्वतंत्रता और अखंडता की रक्षा करने के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए।