प्रदेश के सभी शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में गुरू पूर्णिमा के अवसर पर 20 एवं 21 जुलाई को दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी निर्देश के अनुसार 20 जुलाई को प्रार्थना सभा के बाद प्रार्थना स्थल में शिक्षकों द्वारा गुरू पूर्णिमा के महत्व एवं पारंपरिक गुरू-शिष्य संस्कृति के विषय में बताया जायेगा। प्राचीनकाल में प्रचलित गुरूकुल व्यवस्था एवं उसका भारतीय संस्कृति पर प्रभाव विषय पर निबंध लेखन प्रतियोगिता भी विद्यालयों में आयोजित की जायेगी। इसी प्रकार 21 जुलाई को विद्यालयों में वीणा वादिनी माँ सरस्वती वंदना, गुरू वंदना, दीप प्रज्जवलन एवं माल्यापर्ण के उपरांत गुरूजनों एवं शिक्षकों का सम्मान तथा शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा गुरू संस्मरण पर संभाषण कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। विद्यालयों में आयोजित किये जाने वाले गुरू पूर्णिमा उत्सव कार्यक्रम में 21 जुलाई को यथासंभव साधु संतो, गुरूजनों, शिक्षकों, सेवानिवृत्त शिक्षकों, पूर्व छात्रों एवं आमजनों को भी आमंत्रित किये जाने के निर्देश दिये गये हैं।
