बीते शुक्रवार को मतदान के बाद मतदान दलों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर डाले गए मतदान प्रतिशत में थोड़ा इज़ाफ़ा हुआ है। अगर पिछले विधानसभा चुनाव की बात करें तो 2018 के विधानसभा चुनाव में 75.63 फीसदी वोटिंग हुई थी जबकि इस बार मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर रिकॉर्ड 76.22 फीसदी मतदान हुआ है। जो पिछले चुनाव के आकड़ों से ज्यादा है।
अगर मतदान की बात करें तो कहीं झड़प तो कहीं मशीन ख़राब होने की छुटफुट खबरें दिन भर बनी रहीं। रात करीब सवा 11 बजे तक आ रहे मतदान के आकड़ों के मुताबिक प्रदेश में तक़रीबन 76.22 प्रतिशत मतदान डाले गए हैं। इस विषय पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन का कहना है कि यह लगभग आख़िरी मतदान का प्रतिशत है। इसमें थोड़ा – बहुत ऊपर – नीचे हो सकता है। पुरे हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में प्रदेश में कहीं भी मतदान दलों की वापसी के दौरान या मतदान के दौरान अप्रिय घटना की जानकारी नहीं हुई है। प्रदेश की सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ रहे 2533 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में कैद हो गई है। सुबह 7 बजे शुरू हुई वोटिंग शाम 6 बजे थम गई। हालांकि मतदान केंद्र में एंट्री ले चुके वोटरों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
कहाँ ज्यादा कहाँ काम
विधानसभा चुनाव 2023 में सबसे ज्यादा 85.68 फीसदी मतदान सिवनी जिले में तो वहीं सबसे कम आलीराजपुर जिले में 60.10 फीसदी मतदान पड़े। कम मतदान वाले जिलों में भिंड (63.27%), भोपाल (66%) और रीवा (66.85%) शामिल हैं। लेकिन एक ऐसी भी सीट रही जिसने मतदान के नए रिकॉर्ड बना दिए। यह सीट है रतलाम जिले की सैलाना सीट, जहाँ पर सबसे ज्यादा 90 फीसदी मतदान हुआ। इसी क्रम में आलीराजपुर जिले की जोबट सीट पर सबसे कम 54.04 फीसदी मतदान डाले गये।