एक वो भी समय था जब भारत मोबाइल फोन का आयत सिर्फ दूसरे देशों से करता था, लेकिन आज भारत ने खुद को इतना सशक्त कर लिया है कि भारत आज मोबाइल फोन निर्यात भी करता है। हाल ही में भारतीय रेलवे मंत्री अश्वनी वैष्णव ने कहा था कि, ” 10 साल पहले देश में जितने मोबाइल फोन यूज होते थे उनमें से 99 फीसदी इंपोर्टेड होते थे, लेकिन आज 99 फीसदी मेड इन इंडिया हैं। ” उन्होंने आगे कहा कि इस साल भारत 10 बिलियन डॉलर (तक़रीबन 82 हजार करोड़) के स्मार्टफोन एक्सपोर्ट करने वाला है, क्योंकि अब इकोसिस्टम भारत में शिफ्ट हो रहा है। लेकिन एक और बात है जिस पर समय रहते शख्ती बरतना अत्यंत आवश्यक है। क्यूंकि बढ़ते आयाम के साथ – साथ समस्याएं भी बढ़ रही हैं। जिसके बारे में आये दिन देखने – सुनने को मिलता रहता है।
उपभोक्ता कि सुरक्षा में सेंधमारी
अक्सर बैंकों द्वारा उपभोक्ता सुरक्षा को लेकर सन्देश जारी किये जाते हैं कि किसी के साथ आप अपनी बैंक सम्बन्धी निजी जानकारी जैसे ओटीपी, एटीम पिन, आदि को साझा न करें। इस क्रम में अब डिजिटल व्यवस्था भी अपने उपभोक्ताओं को समय – समय पर सतर्क करती रहती है। जैसे अपने सोशल मिडिया पासवर्ड, ईमेल आईडी आदि से सम्बंधित सुरक्षा विकल्प को सुरक्षित रखें और दूसरों से साझा न करें। बावजूद इन सब के कुछ उपभोक्ता साइबर शिकार हो जाते हैं और उन्हें भनक तक नहीं लगती। जबकि कुछ पीड़ितों ने जानकरी दी थी कि उन्होंने न तो किसी को ओटीपी दिया था और न ही अपना फ़ोन। अब अगर ऐसा है तो फिर सेंधमारी हुई कैसे ?
तकनीक वरदान भी अभिशाप भी
उपभोक्ताओं कि सुरक्षा में सेंधमारी को लेकर जब कुछ लोगों से बात की गई तो कुछ बातें आम मिली। जिसमें से कुछ लोगों ने बताया कि उनको स्मार्टफोन चलाने में काफी असहज महसूस होता है और वो सिर्फ फ़ोन कॉल या ज्यादा से ज्यादा व्हाट्सप्प फेसबुक जैसे सोशल मिडिया ऍप तक ही सीमित हैं और कुछ तो सिर्फ फ़ोन कॉल तक ही सीमित हैं।
अब ऐसे में कई सवाल पैदा हो गए कि आख़िर सेंधमारी हो कैसे रही है ?
एक नोटिफ़िकेशन ने दिया हिंट
जर्नलिस्ट चन्दन भइया द्वारा बिंदु बार एक – एक बात को प्राथमिकता दी जा रही थी कि अचानक से फ़ोन में आये एक नोटिफ़िकेशन ने मामले के दूसरे पहलू को भी जन्म दे दिया। पहली घटना मार्च 5, 2023 रात्रि तक़रीबन 10 बजे कि है जब अचानक उनके एप्पल फ़ोन में एक नोटिफ़िकेशन आता है ” Apple ID Sign in Requested ” और आगे लिखा होता है ” Your Apple ID is being used to sign in to a device near Dhaka, Dhaka ” नोटिफ़िकेशन खोलने पर उस पर ढाका लिखा होना और उस पर भी ढाका से एप्पल फ़ोन पर लॉगिन का रिक्वेस्ट बेहद ही चौकाने वाला था क्यूंकि एप्पल कंपनी का दावा है कि उनके डिवाइस को हैक नहीं किया जा सकता है। अब यह बताने कि ज़रूरत नहीं है कि ढाका, बांग्लादेश कि राजधानी है।
इसी क्रम में दूसरी घटना मार्च 6, 2023 सुबह तक़रीबन साढ़े 8 बजे कि है जब एक और मिलता जुलता नोटिफ़िकेशन आता है, जिसमें जगह अलग रहती है ” Your Apple ID is being used to sign in to a device near New York, NY ” महज़ 24 घंटे के भीतर दो अलग – अलग देशों से अलग – अलग समय पर एप्पल फ़ोन के लॉगिन कि रिक्वेस्ट जबकि दोनों ही जगह से किसी तरह का कोई सम्बन्ध न हो और न ही कोई दोस्त – यार रहते हों, ने कान खड़े कर दिए। हालाँकि दोनों ही रिक्वेस्ट को रद्द कर दिया गया और तत्काल सुरक्षा सम्बन्धी विकल्पों में बदलाव कर दिया गया।
एक नज़र
अगर आपके फ़ोन में भी इस तरह के नोटिफ़िकेशन आते हैं और गलती से आप सहमती दे देते हैं तो समझिये आपके फ़ोन पर सेंधमारी हो चुकी है। जिसके बाद शायद उन्हें किसी ओटीपी कि ज़रूरत नहीं पड़ेगी और न ही किसी अन्य चीज़ की क्यूंकि आधे से ज्यादा एप्लीकेशन पर तो हम लॉगआउट होते ही नहीं हैं। इसी तरह लाखों कि लाटरी जीतने, घर बैठे लाखों कमायें जैसे सन्देश के साथ लिंक भेज कर भी सेंधमारी करने का प्रयास किया जाता है। इतना ही नहीं कई बार सेंधमार फ़ोन कॉल या व्हाट्सप्प कॉल के माध्यम से लोगों को अपने जाल में फ़ांस उनसे कुछ एप्लीकेशन डाउनलोड करवाते हैं। जिसके बाद फ़ोन पर उनका कब्ज़ा हो जाता है और मौका पाते ही सेंधमारी कर जाते हैं।