लखनऊ में उत्तरप्रदेश तथा मध्यप्रदेश के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए समझौता पत्रक पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि किसी क्षेत्र में औद्योगिक क्रांति, हरित क्रांति और पर्यटन क्रांति आने पर उस क्षेत्र का तेजी से विकास होता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व और और प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के प्रयासों से मध्यप्रदेश में अधोसंरचना विकास संस्कृति के संरक्षण और पर्यटन के विकास के लिए अच्छे प्रयास किए जा रहे हैं। आज मध्यप्रदेश पर्यटन क्षेत्र में असीम संभावनाओं के कारण निवेश का आकर्षक क्षेत्र बन गया है। समारोह में पर्यटन, संस्कृति और धर्मस्व राज्यमंत्री श्री धमेन्द्र सिंह लोधी ने कहा कि वर्तमान में पर्यटन उद्योग वैश्विक अर्थव्यवस्था में सबसे तेजी से बढ़ते हुए क्षेत्रों में से एक है। मध्यप्रदेश अपने प्राकृतिक, ऐतिहासिक, पुरातात्विक और धार्मिक पर्यटन स्थलों के कारण सबके आकर्षण का केन्द्र है। प्रदेश के पर्यटन को बढ़ावा देने की नीति से इस क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है।
इस अवसर पर उत्तरप्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश सांस्कृतिक रूप से एक-दूसरे से जुड़े हैं। हमारे रीति-रिवाज, त्यौहार, खान-पान सब एक जैसे हैं। माँ गंगा से माँ नर्मदा तक की यात्रा पर्यटकों को सुखद अनुभूति प्रदान करेगी। प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री शिवशेखर शुक्ला ने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से मध्यप्रदेश भारत का एक समृद्ध प्रदेश है। गंगा और नर्मदा पर्यटन कॉरिडोर की प्रस्तावित परियोजना से मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों को जोड़ा जाएगा। पर्यटन केवल अर्थव्यवस्था ही नहीं बल्कि सांस्कृति जुड़ाव और सामाजिक समावेश का भी माध्यम है। इस अवसर पर मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के पर्यटन व्यवसाइयों, टूर ऑपरेटर्स, ट्रेवल एजेंट्स और होटल व्यवसाय से जुड़े व्यक्तियों के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए लखनऊ के होटल ताजमहल में मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड द्वारा पर्यटन शो का आयोजन किया गया। रोड शो में मध्यप्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और पयर्टन की झलक दिखाई गई।