मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशों के अनुसार निराश्रित बच्चों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए उनके आधार कार्ड बनाने का अभियान शुरू किया गया है। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री राकेश मोहन प्रधान के मार्गदर्शन में रीवा जिले में निराश्रित बच्चों के आधार कार्ड बनाने के लिए साथी अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के माध्यम से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा निराश्रित बच्चों के आधार कार्ड बनाये जा रहे हैं।
इस संबंध में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव न्यायाधीश समीर कुमार मिश्र ने बताया कि अभियान की तैयारी के लिए गत दिवस बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में निराश्रित बच्चों को आधार कार्ड बनाकर उन्हें वैधानिक दस्तावेज देने तथा समाज कल्याण योजनाओं का लाभ देने का निर्णय दिया गया है। आधार कार्ड बनाने के लिए साथी अभियान 26 मई से 5 अगस्त तक चलाया जायेगा। अभियान के दौरान 18 साल से कम आयु के निराश्रित बच्चों का चिन्हांकन करे उनके आधार कार्ड बनाये जायेंगे। इन बच्चों का चिन्हांकन आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशाकार्यकर्ता, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा पैरालीगल वालेंटियर के माध्यम से किया जायेगा। इसके लिए मुख्य रूप से रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड अन्य महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थल, मंदिर परिसर, झुग्गी बस्तियों तथा निराश्रित बच्चों की देखभाल करने वाली संस्थाओं में जाकर निराश्रित बच्चों का चिन्हांकन किया जायेगा। आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया 27 जून से 5 अगस्त तक पूरी की जायेगी। अभियान की निगरानी के लिए जिला स्तरीय समिति का गठन किया गया है। समिति में जिला बाल संरक्षण अधिकारी, पुलिस अधिकारी, तहसीलदार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास, पैनल लायर्स तथा पैरालीगल वालेंटियर्स को शामिल किया गया है। समिति साथी अभियान के क्रियान्वयन की सतत निगरानी करेंगी।