चाकघाट। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की स्थानीय शाखा में गत दिवस सड़क दुर्घटना विषय पर विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया ।इस अवसर पर ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय चाकघाट की संचालिका डॉ.बी.के.अर्चना ने आयोजित कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए की प्रस्तावना रखते हुए कहा कि लोगों के जीवन में आध्यात्मिकता का बढ़ता अभाव मानसिक संतुलन को प्रभावित करता है जिसके कारण मानसिक तनाव एवं दबाव में लोग वाहनों को चलाने के लिए विवश हो जाते है और वे दुर्घटनाएं के शिकार हो जाते है जिसके लिए आवश्यक है कि लोग हमेशा आध्यात्मिक शांति एवं स्वस्थ चिंतन के साथ वाहन को चलाएं जिससे दुर्घटना को रोका जा सके। दुर्घटना विषय पर साहित्यकार एवं वरिष्ठ पत्रकार रामलखन गुप्त ने अपने विचार रखते हुए कहा है कि वाहन दुर्घटना के जिम्मेदार कुछ प्रशासनिक लापरवाही है तो कुछ व्यक्तिगत असावधानी इसके जिम्मेदार है। प्रशासन द्वारा वाहन दुर्घटना को रोकने के लिए बनाए गए नीति और नियमों का सही ढंग से पालन नहीं हो रहा है जिसके कारण दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही है। जिस पर पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ और रोक लगाया जाना चाहिए। ट्रैक्टर एजेंसी के संचालक मुन्नालाल केसरवानी एवं चाकघाट मोटर ट्रांसपोर्ट के अध्यक्ष संजय कुमार केसरवानी ने भी अपने विचार रखें। नगर पंचायत नगर परिषद चाकघाट के अध्यक्ष विभव कुमार जायसवाल ने बढ़ती वाहन दुर्घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि दुर्घटनाओं से मरने वाले लोगों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है जिस पर आध्यात्मिक प्रशासनिक एवं सामाजिक नियंत्रण की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कि बढ़ती वाहन दुर्घटना का एक कारण नशे की हालत में गाड़ी को चलाना भी है।कार्यक्रम में शंकर तपोज्योति मिश्रा ,ब्रह्माकुमारी आश्रम की बहन बी.के. रूपा, भाई डॉ.बी.के.रामचंद्र जाटव,भाई पुरुषोत्तम दास सोनी डॉ.विद्या सागर, पंकज नामदेव, मनोज सोनी, योगेश, अश्विनी केसरवानी सहित अनेक भाई बहनों की उपस्थिति प्रमुख रही। कार्यक्रम के अंत में अब तक अनेकों वाहन दुर्घटना में दिवंगत हुए आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की गई तथा कैण्डिल जलाकर दिवंगत आत्मा की शांति हेतु परमात्मा से प्रार्थना की गई। (रामलखन गुप्त)
