विश्व उपभोक्ता दिवस के अवसर पर कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला उपभोक्ता आयोग के अध्यक्ष श्री एसके श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर अध्यक्ष श्री श्रीवास्तव ने कहा कि उपभोक्ताओं का कई स्तर पर शोषण होता है। निर्धारित दर से अधिक राशि पर वस्तुएं दी जाती हैं। सामग्री क्रय पर पक्की रसीद नहीं दी जाती। नकली खाद, बीज, दवाएं और सभी तरह की सामग्रियों में मिलावट भी उपभोक्ता का शोषण ही है। प्रत्येक उपभोक्ता को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करें। शासन ने कई नियम बनाए हुए हैं। जानकारी के अभाव में उपभोक्ता परेशान होते हैं। उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा के लिए उपभोक्ता फोरम लगातार कार्य कर रहा है। सामान्य से आवेदन पर प्रकरण दर्ज उपभोक्ता को उचित सेवा और क्षतिपूर्ति राशि दिलाने का प्रयास किया जाता है।
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आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि अब ई फाईलिंग के माध्यम से घर बैठे उपभोक्ता ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकते हैं। ई दाखिला पोर्टल पर जाकर अपनी शिकायत तथा उससे जुड़े अभिलेख ऑनलाइन दर्ज करें। फोरम उसका संज्ञान लेकर समुचित कार्यवाही करेगा। इसके लिए उपभोक्ता का फोन नम्बर तथा ई मेल दर्ज करना आवश्यक है। प्रकरण में किसी तरह की कमी रहने पर आवेदक से संपर्क करके आवश्यक दस्तावेज दर्ज कराए जाते हैं। उपभोक्ता आयोग के सदस्य श्री सुशील कुमार मिश्रा ने कहा कि हर व्यक्ति उपभोक्ता है। उसे जन्म से लेकर मृत्यु तक विभिन्न सेवाओं और वस्तुओं का उपभोग करना पड़ता है। उपभोक्ताओं के अधिकारों के लिए सेवा और वस्तुएं प्रदान करने वालों को भी कई निर्देश दिए गए हैं। जागरूक रहकर ही इनका पालन कराया जा सकता है। कार्यक्रम में उपभोक्ता संरक्षण से जुड़े विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में सहायक आपूर्ति अधिकारी सुभाष द्विवेदी ने कार्यक्रम के उद्देश्यों तथा विभाग की योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम में सेवानिवृत्त खाद्य अधिकारी आशुतोष तिवारी तथा जिला उपभोक्ता आयोग की सदस्य श्रीमती कंचन अवधिया ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में श्री राजेन्द्र श्रीवास्तव, श्री देवेन्द्र सिंह, श्री आनंद मिश्रा, श्री शिवकुमार तिवारी तथा आमजन उपस्थित रहे।