रामलखन गुप्त, चाकघाट। मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश पुलिस विभाग में प्राय 10 वर्ष की सेवा के पश्चात आरक्षकों को प्रमोशन दिया जाता है और उन्हें प्रधान आरक्षक बना दिया जाता है। मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में इस योजना पर कार्य भी हो रहा है किंतु रीवा जिले में पुलिस आरक्षकों को पात्रता अनुसार पदोन्नति न देकर उनसे आरक्षक का ही कार्य लिया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार पदोन्नति के नाम पर उन्हें वेतन और अन्य सुविधाएं तो प्रदान की जा रही हैं किंतु आरक्षक से प्रधान आरक्षक का पद उन्हें नहीं दिया जा रहा है, जिससे जहां एक और शासन की योजना अन्य जिलों की तुलना में यहां एकरूपता नहीं दिखाई दे रही है वहीं आरक्षकों को पदोन्नति का लाभ देकर उन्हें प्रधान आरक्षक नहीं बनाया जा रहा है। जिससे उनके मन में कुंठा जागृत हो रही है ऐसी स्थिति में मध्य प्रदेश शासन गृह विभाग के उच्च अधिकारियों से आग्रह है कि मामले की समूची जांच कर के पत्र आरक्षकों को पदोन्नति का लाभ दिया जाए जिससे वे अपनी सेवा में पदोन्नति का लाभ प्राप्त करके प्रधान आरक्षक का पद धारण कर सकें।
धान उपार्जन केन्द्र में छाया, पानी, अलाव आदि की सुविधा को लेकर कलेक्टर का निर्देश