विधानसभा निर्वाचन से जुड़ी शिकायतें निर्वाचन आयोग के एप सी विजिल में दर्ज की जा रही हैं। निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार इनका परीक्षण कर समुचित निराकरण किया जा रहा है। कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में आयोजित बैठक में शिकायतों के निराकरण की समीक्षा करते हुए अपर कलेक्टर शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि सी विजिल में दर्ज शिकायतों का 24 घण्टे में निराकरण करें। उड़नदस्ता तथा स्थैतिक दल के सभी कर्मचारी अपने मोबाइल को ऑनलाइन रखें। शिकायत प्राप्त होने के पाँच मिनट के भीतर ही उस पर कार्यवाही शुरू कर दें। शिकायत का मौके पर जाकर निराकरण करते हुए प्रतिवेदन ऑनलाइन दर्ज कराएं। शिकायतों को लंबित अथवा अमान्य न करें। उचित प्रतिवेदन दर्ज कर उनका अंतिम रूप से निराकरण करें।
अपर कलेक्टर ने कहा कि जाँच दलों को वाहनों की जाँच के दौरान अगर भारी मात्रा में नकद राशि, आभूषण अथवा अन्य कीमती सामग्री मिलती है तो उसे निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुए जब्ती की कार्यवाही करें। वाहन चालक अथवा मालिक के पास यदि नकद राशि के संबंध में समुचित अभिलेख नहीं हैं तो जब्ती की कार्यवाही करें। जब्त राशि और आभूषण अच्छी तरह से सीलबंद करके जिला कोषालय में जमा कराएं। जब्ती के समय पंचनामा अवश्य बनाएं। यदि आवश्यक हो तो प्रकरण में रिटर्निंग आफीसर की अनुमति से एफआईआर दर्ज कराएं। एफआईआर दर्ज कराने की कार्यवाही रिटर्निंग आफीसर द्वारा की जाएगी। कंट्रोल रूम में तैनात सभी अधिकारी मोबाइल फोन से प्राप्त सूचनाओं और शिकायतों को भी रजिस्टर में अनिवार्य रूप से दर्ज करें। इन सूचनाओं पर की गई कार्यवाही भी रजिस्टर में दर्ज करें। जिला स्तर से रिटर्निंग आफीसर को भेजी गई शिकायतें भी रजिस्टर में दर्ज कर उनका निराकरण सुनिश्चित करें। बैठक में जिला कोषालय अधिकारी आरडी चौधरी, जिला प्रबंधक ई गवर्नेंस आशीष दुबे, नोडल अधिकारी शिकायत जीवेन्द्र सिंह तथा सभी विधानसभा क्षेत्रों के कंट्रोल रूम के प्रभारी एवं एआरओ उपस्थित रहे।