निर्वाचन आयोग द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला स्तरीय मीडिया मॉनिटरिंग एवं सर्टिफिकेशन के नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण देते हुए निर्वाचन आयोग के अतिरिक्त निर्वाचन अधिकारी मनोज खत्री ने कहा कि सोशल मीडिया तथा पेड न्यूज़ पर कड़ी निगरानी रखें। इस संबंध में निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देशो का भली भांति अध्ययन कर ले। उनके अनुरूप समस्त कारवाइयां सुनिश्चित करें। निर्वाचन की आदर्श आचरण संहिता कभी भी लागू हो सकती है। इसके प्रभावशील होते ही चुनाव प्रचार तथा सोशल मीडिया पर हो रही पोस्टों की निगरानी आवश्यक होगी। जिला स्तरीय एमसीएमसी समिति के सभी सदस्य तथा आवश्यक कर्मचारी तैनात कर मीडिया मॉनिटरिंग सेल तत्काल स्थापित कर दें।नामांकन पत्र भरे जाने की तिथि से सभी तरह के राजनीतिक विज्ञापनों पर निगरानी की जाएगी। पेड न्यूज़ का प्रकरण बनाते समय पूरी सावधानी बरतें। यदि कोई मामला पेड न्यूज़ का प्रतीत होता है तो उसे समिति के सचिव जनसंपर्क अधिकारी समिति के समक्ष प्रस्तुत करें। आयोग के निर्देशों का पालन करते हुए पेड न्यूज़ का प्रकरण तैयार करें। अनावश्यक किसी को भी नोटिस जारी न करें। पेड न्यूज़ के संबंध में निर्धारित प्रपत्र में प्रतिवेदन अनिवार्य रूप से भेजे जाएं। सोशल मीडिया में निगरानी के लिए समिति में पृथक से सोशल मीडिया विशेषज्ञ रखे गए हैं। चुनाव के दौरान उनके द्वारा सोशल मीडिया पर निगरानी की जाए। चुनाव प्रचार के साथ-साथ फेक न्यूज़ पर भी समुचित कार्रवाई करें तथा सही तथ्य आम जनता के सामने लाएं।
श्री खत्री ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तथा प्रिंट मीडिया के लिए विज्ञापन के प्रमाणीकरण के लिए आवश्यक प्रबंध कर लें। आवेदन प्राप्त होने पर 24 घंटे की समय सीमा में प्रमाणन करके आवेदन का निराकरण करें। विधानसभा बार पंजी बनाकर इसका पूरा विवरण संधारित करें। शिक्षण में सहायक संचालक जनसंपर्क सुनील वर्मा ने सोशल मीडिया को निगरानी तथा फेक न्यूज़ के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। कलेक्ट्रेट के एनआईसी केंद्र से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्रेयस गोखले सहायक संचालक जनसंपर्क उमेश तिवारी शामिल हुए।
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