चाकघाट। मध्य प्रदेश के रीवा जिले को एक और जिला मिल गया। यह नया जिला मिला मऊगंज के रूप में। इस नई घोषणा के पहले यह रीवा जिले की एक तहसील थी। रीवा जिले के पुराने चार तहसीलों में त्योंथर, सिरमौर, हुजूर (रीवा) और मऊगंज तहसील थी, जब रीवा संभाग में रीवा, सतना, सीधी, और शहडोल जिला हुआ करते थे। रीवा संभाग के दो हिस्से हुए और शहडोल एक नया संभाग बना। रीवा संभाग में रीवा, सतना, सीधी और सीधी से अलग हुआ सिंगरौली जिला अस्तित्व में आया। रीवा जिले के 2 गांव को मिलाकर (मऊ और गंज) जो कभी मऊगंज बना था वह लंबे समय से एक तहसील रहा। उसी क्षेत्र में हनुमाना और नईगढ़ी को तहसील का दर्जा मिल गया। देवतालाब को उपतहसील का दर्जा मिला था। अब देवतालाब को उप तहसील बना दिया जाएगा और मऊगंज चार तहसीलों का नया जिला कहलाएगा।
मऊगंज में एक सभा को सम्बोधित करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आगामी 15 अगस्त को मऊगंज जिले में ध्वजारोहण करने की बात कही। मध्यप्रदेश विधानसभा के वर्तमान अध्यक्ष गिरीश गौतम जी का निर्वाचन क्षेत्र अब रीवा जिले से हटकर नए जिले में शामिल हो जाएगा। जिसे विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम की बड़ी उपलब्धियों में गिना जाएगा और यह माना जाएगा कि गिरीश गौतम जी के विधानसभा अध्यक्ष बनने पर मऊगंज को मध्य प्रदेश के नक्शे में एक नए जिले के रूप में सौगात मिली है। इसके पहले भी मऊगंज को जिला बनाने का आश्वासन शिवराज सिंह चौहान जी के द्वारा दिया गया था। रीवा जिले के त्योंथर तहसील को भी जिला बनाने की मांग एक लंबे समय से चल रही है। वास्तव में त्योंथर को जिला बनाए जाने की आवश्यकता है और त्योंथर को जिला बनाया जाना भी चाहिए। किंतु त्योंथर क्षेत्र में राजनैतिक प्रभाव एवं प्रमुख राजनीतिक जनों की इच्छाशक्ति का अभाव बना रहा, जिससे त्योंथर को जिला बनने का अवसर नहीं मिल पाया। त्योंथर क्षेत्र में राजनैतिक चेतना जागी किंतु देर से जागी।
अधिवक्ता संघ, समाचार पत्र कुछ जागरूक नागरिकों एवं समाजसेवियों ने त्योंथर को जिला बनाने का अभियान चलाया। डभौर से पदयात्रा भी की। उसके बावजूद भी यहां के जनप्रतिनिधियों का रुझान त्योंथर के प्रति उतना जुझारू नहीं रहा जितना कि मऊगंज वालों का रहा। यहां के जन प्रतिनिधि इसी बात से खुश हैं कि उन्होंने त्योंथर तहसील की 1 इंच भूमि भी मऊगंज में मिलने नहीं दिया। यदि रीवा में बनने वाले नए जिले में मऊगंज के साथ त्योंथर जुड़ता और जिला का मुख्यालय कटरा लाद, अडगढ़ नाथ मंदिर पहाड़ के पास होता तो यहां का जिला मुख्यालय पर्वत पर होने की वजह से सुंदरता के साथ सभी क्षेत्रों के लिए मध्य में स्थित होता। वर्तमान त्योंथर में डभौरा से लेकर ककरहा तक की दूरी लगभग 110 किलोमीटर है, जो वास्तव में क्षेत्रफल की दृष्टि से बड़ा है। इसे भी आगामी समय में जिला बनाया जाना चाहिए। त्योंथर प्राचीन समय से ही ऐतिहासिक एवं महत्वपूर्ण स्थल रहा है। यहां मझियारी में रेलवे स्टेशन है। नदी पहाड़ समतल भूमि भी यहां की भौगोलिक स्थिति में चार चांद लगाती है। वर्तमान त्योंथर क्षेत्र चित्रकूट प्रयागराज मिर्जापुर की सीमा से लगा हुआ है जो कि उत्तर प्रदेश का प्रमुख क्षेत्र है। यहां की राजनीतिक परिस्थिति बघेल राजवंश के आने के पूर्व से भी रही है और यहां आदिवासी राजाओं का राज्य रहा है। प्राचीनता के दृष्टि से सितलहा और त्योंथर दोनों प्राचीन एवं महत्वपूर्ण माने जाते हैं। त्योंथर को जिला न बनाकर उसके साथ अन्याय ही किया गया है। फिर भी स्वागत है कि रीवा जिले को मऊगंज के रूप में एक और नया जिला मिल गया है। (राम लखन गुप्त, वरिष्ठ पत्रकार)