त्योंथर को जिला बनाओ नारे को लेकर विगत 27 फ़रवरी से निरंतर संघर्ष यात्रा डभौरा से जवा, चिल्ला, त्योंथर, सोहागी, बड़ागावं से होते हुए त्योंथर के पूर्वांचल में बसे ककरहा, रायपुर – सोनौरी, कोरांव, डीह, अमांव, मटियारी के रास्ते 5 मार्च को पहले चाकघाट हनुमान मंदिर पहुंच कर हनुमान जी का आशीर्वाद लिया और संघर्ष यात्रा कि सफलता के लिए धन्यवाद किया। संघर्ष यात्रा का समापन कार्यक्रम पुरानी गल्लामंडी चाकघाट में रखा गया था, जिसकी अगुआई चाकघाट व्यापर मंडल द्वारा की गई। इस दौरान भारी संख्या में लोगों द्वारा संघर्ष यात्रा में निकले पद यात्रियों का स्वागत किया गया।
ख़बर विस्तार से
त्योंथर को जिला बनाओ को लेकर निकली संघर्ष यात्रा का बीते कल 5 मार्च को चाकघाट गल्लामंडी में समापन हुआ। समापन कार्यक्रम के दौरान संघर्ष यात्री रहे अधिवक्ता अखिलेश द्विवेदी झल्लर भइया, अधिवक्ता रमा शंकर मिश्र, जय प्रकाश मिश्र, गृषा शुक्ला, धर्मेश शुक्ल, डॉ कृपा शंकर शुक्ल, अधिवक्ता मनोज सिंह गहरवार, विवेक मिश्र छोटू, किसान नेता ललित मिश्र, अड़ियल महराज, प्रवीण शर्मा, अरविंद मिश्र महाकाल, विष्णु देव सिंह, प्रभाकर तिवारी (उघारानन्द महराज), पुच्चु विश्वकर्मा, अधिवक्ता सुनील सिंह, अमरनाथ गौतम, के साथ – साथ यात्रा का दारोमदार एवं संयोजन देख रहे अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष ब्रह्मनारायण शर्मा एवं सुशील मिश्र का पुष्पहार के साथ जोर – शोर से सम्मान किया गया। संघर्ष यात्रियों द्वारा समापन कार्यक्रम के दौरान संघर्ष यात्रा में पद यात्रियों को लगातार समर्थन करने के लिए जनता जनार्दन एवं पत्रकार बंधुओं का आभार प्रकट किया गया। इस दौरान कार्यक्रम कि अध्यक्षता कर रहे ब्रह्मनारायण शर्मा जी ने त्योंथर को जिला बनाने कि मुहीम कैसे शुरू हुई और क्या – क्या करना पड़ा को लेकर अपना अनुभव साझा किया। समापन कार्यक्रम का संचालन अमरनाथ गौतम एवं ललित मिश्र जी द्वारा किया गया।
एक नज़र
समापन कार्यक्रम के दौरान कुछ गीतों ने दर्शोकों को मंत्रमुग्ध कर रखा था। कार्यक्रम के दौरान कई दिग्गज नेताओं ने मौजूदा सरकार पर निशाना भी साधा। संघर्ष यात्रा के दौरान कई जगहों पर जनसभाओं को सम्बोधित करते हुए एवं समापन क्रायक्रम के दौरान भी ख्यातिलब्ध पत्रकार मधुकर द्विवेदी जी, कांग्रेस वरिष्ठ नेता अशोक महराज जी द्वारा पद यात्रिओं का हौंसला बढ़ाया गया। इस कड़ी में गृषा शुक्ला ने मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए विकास यात्रा को ढोंग बताया है। गृषा शुक्ला ने कहा त्योंथर में विकास नहीं दिखता है, इस लिए अब घोषणा पत्र पार्टी का नहीं बल्कि जनता का होगा। साथ ही अपने गीत के माध्यम से आगे भी इस क्रांति में लोगों से जुड़े रहने का इशारा किया है। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के बाद जय घोष के साथ हुआ।
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