रीवा जिले में ड्रेगन फ्रूट की खेती का नवाचार करने का संकल्प लेकर कृषक के.पी. सिंह ड्रेगन फ्रूट की खेती करने वाले एक मात्र कृषक हैं। मनगवां के समीप बसेड़ा गांव में शिव ड्रेगन फ्रूट के नाम से के.पी. सिंह ने मार्च 2024 में ड्रेगन फ्रूट की खेती करना प्रारंभ किया है। कक्षा 12वीं पास कृषक श्री सिंह ग्राम पंचायत के सरपंच भी है। उन्होंने हैदराबाद से ड्रेगन फ्रूट की कलम लाकर उपचारित कर धूप से बचाव के लिये चूने के घोल को मिलाकर बालू व देशी खाद सहित आर्गेनिक खेती करना शुरू किया। अभी उन्होंने 40 डिसमिल क्षेत्र में 6 लाख रूपये की लागत से खेती प्रारंभ की है इसे एक एकड़ में लगाने का लक्ष्य है। कृषक श्री सिंह हैदराबाद से 200 पेड़ प्रति पेड़ 600 रूपये की लागत के ड्रेगन फ्रूट की कलम लेकर आये थे।
कृषक के.पी. सिंह बताते हैं कि मुझे गूगल में देखकर ड्रेगन खेती करने का विचार मन में आया। यह ऐसी खेती है जो मरूस्थलीय जगह में हो सकती है तथा बहुत ही कम पानी चाहिए। देशी गोबर की खाद व बालू से इसे पर्याप्त नमी मिल जाती है। यह फल 400 रूपये से 500 रूपये प्रति किलो ग्राम तक विकता है तथा प्लेट्टस एवं इम्यूनिटी बढ़ाने तथा पीलिया के मरीज के लिये बहुत ही उपयोगी है। के.पी. सिंह का लक्ष्य है कि वह अपनी पंचायत को ड्रेगन फ्रूट खेती करने वाली पंचायत बनायें तथा अधिक से अधिक कृषक उसकी खेती करें। वह ड्रेनिंग सेंटर बनाकर अन्य किसानों को भी इसकी खेती के लिये प्रेरित करने का इरादा रखते हैं। हितग्राही मो. नं. 9301245270 है।